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Tuesday, January 5, 2016

Sarso ke tel ki upyogita aryuved ‎आयुर्वेदाणुसार‬ सरसों के तेल की उपयोगिता

#‎आयुर्वेदाणुसार‬ सरसों के तेल की उपयोगिता इस प्रकार है :
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@ हाथों में खुशकी और खुदरापन होने की सि्थति में सरसों के तेल से हल्की मालिश करें , त्वचा मुलायम हो जाएगी ।
@शीत मौस्म में धूप में बैठकर सभी उम्र के लोगों को तेल की मालिश करनी चाहिए | शिशुओ को धूप में लिटाकर इस तेल से मालिश करने से उनकी थकान दूर होती है , नींद अच्छी आती है | तथा शरीर के दर्द से राहत मिलती है |
@ बेसन में सरसों का तेल मिलाकर उबटन की तरह त्वचा पर मलने से त्वचा गोरी हो जाती है तथा उसमें कमल के समान ताजगी आ जाती है
@ सरसों के तेल में मधु ( शहद ) मिलाकर दांतों एंव मसूडों पर हल्के हल्के मलते रहने से मसूड़ों के सभी रोग भाग जाते है , तथा दांत भी मजबूत होते है
@ जुकाम होने पर या नाक के बंद होने पर दो बूंद सरसों तेल नाक के छिद्रों में डाल कर सांस जोर सें खीचने पर बंद नाक खुल जाती है और जुकाम से भी राहत मिलती है
@ इन्द्री में ढीलापन हो या टेढापन हो सरसों के तेल की लगातार मसाज से ठीक हो जाता है ( साथ में दवा भी लें लें तो अंदर की कमजोरी दूर करके इस रोग से छुटकारा हो जाता है )
@ औरतों के छातीया में ढीलापन आ गया हो तो सरसों तेल में लहसुन की कली जलाकर बनाए तेल से मसाज करें , सुबह खाली पेट लहसुन की चार पाँच कलीयाँ भी खांए , बहुत लाभ होगा | इसके इलावा कोई और रोग हो तो उसके लिए भी किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से मिलें |
@ कान में सरसों तेल गर्म करके डालने से कान दर्द ठीक होता है , अगर कोई कीडा वगैरा घुस गया हो तो वो भी बाहर निकल जाता है , अगर सरसों तेल में लहसुन की कली जलाकर ओर नीम का तेल मिलाकर डाला जाय तो बहरापन में बहुत उपयोगी सिद्ध होगा |
@ सरसों का तेल वातनाशक और गर्म होता है | इसी कारण शीतकाल में वातजन्य दर्द को दूर करने के लिए इस तेल की मालिश की जानी चाहिए | जोडों का दर्द , मांसपेशियों का दर्द , गठिया , छाती का दर्द, ब्रोंकाइटिस आदि की पीड़ा भी सरसों के तेल से दूर हो जाती है |
@ सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों से खून आना , मसूड़ों की सूजन, दांतों के दर्द में आराम मिलता है ,साथ ही दांत चमकीेले ओर सुन्दर भी बनते है |
@ पैरों के तलवों एव अंगूठों में सरसों का तेल लगाते रहने से नेत्र ज्योति बढ़ती है | रात को हाथ पाँवों में तेल लगा कर सोने से मच्छर नही काटते , नींद अच्छी आती है | बालों में सरसों का तेल लगाते रहने से बाल मजबूत होते है , मोटे घने होते है | सिर दर्द भी नही होता |
@शीतकाल में पैरों की उंगलीयों में सूजन आ जाती है | ऐसी अवस्था में सरसों का तेल में थोड़ा सा पिसा हुआ सेंधा नमक मिलाकर गर्म करलें | ठंडा होने पर उंगलियों पर लेप लगा कर रात में सों जाएं | कुछ ही दिनों मे आराम दिखाई देगा |
@ नहाने से बाद नित्य नाभि में दो बूंद सरसों का तेल लगाने से पेट से संबंधित रोग कम ही होते है | पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है , होठ नही फटते |

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