Tuesday, October 4, 2011

Ayurved ke proyog1

आयुर्वेद के अद्भुत प्रयोग

यहाँ मैं ऐसे प्रयोग दे रहा हूँ जो मुझे सदगुरुदेव से प्राप्त किये हैं और मैंने जब भी आजमाए हर बार शत प्रतिशत सफल रहे हैं. अतः इन आयुर्वेदिक प्रयोगों को आजमाकर इनका लाभ उठाये और हमारे प्रयत्न को सार्थक करें .
१. सत्यानाशी या हेम्दुग्धा के दूध में रुई को बार बार भिगोये और छाया में ही सुखायें , ये सम्पूर्ण क्रिया १६ बार करें फिर इसको घृत दीपक में बत्ती बनाकर जलाये और काजल बना लें. इस काजल को सुरक्षित रखें , रात्रि में सोते समय इस काजल को आँखों में लगाने और इसके साथ चाक्षुष्मती स्तोत्र का ११ पाठ नित्य करने पर एक मास में ही आँखों से चश्मा उतर जाता है ,नेत्र ज्योति तीव्र हो जाती है .
२. हल्दी, आंवले का रस और शहद मिलकर दिन में तीन बार लेने से सभी प्रकार के प्रमेह और श्वेत प्रदर नष्ट हो जाते हैं.
३. हल्दी, नमक और सरसों तेल मिलाकर रोज मंजन करने से पुरे जीवन में कभी भी दांतों के रोग नहीं होते.
४. पलाश का एक बीज लेकर दरदरे पसे तिल और शक्कर समभाग मिला कर खाने से अपूर्व बल प्राप्त होता है और दुबलापन निश्चित ही दूर होकर मजबूत और हष्ट पुष्ट शरीर की प्राप्ति होती है .
hemdugdha is also an another plant of the same species, with bit wider trunk and longer leaf, smaller height with yellow/violate flowers. most of the properties are same; in majority those could be brought into use for substitute of each other.

सत्यानाशी/स्वर्णक्षीरी/हेम्दुग्धा (satyanaashi/swarnakshiri/hemdadugdha)
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