Saturday, July 2, 2011

shadhna : In practice the formula for success

shadhna : In practice the formula for success
साधना में सफलता के सूत्र :-

साधक को चाहिए वह आपने पाप कार्य ,गलत कार्य और असामाजिक कार्य यदि किये हो तो गुरु के सामने साफ़ -साफ़ लिखकर प्रायश्चित कर ले |ऐसा करते ही साधक उन दोषों से मुक्त हो जाता है और इसके बाद गुरु आपने तपस्या के बल से उन दोषों को समाप्त कर देता है |
.गुरु पर पूर्ण और प्रगाढ़ आस्था रखे |किसी भी हालत में मन में भ्रम या संशय पैदा न करे |विपरीत परिस्थिति में भी गुरु के प्रति आस्था में किसी प्रकार के न्यूनता न लावे |
गुरु की आज्ञा जीवन में सर्वोच्च आज्ञा मानकर साधक को उसका पालन करना चाहिए |किसी भी प्रकार की ,कोई भी आज्ञा गुरु दे तो उसके बारे में कुछ भी विचार न करते हुए साधक को आज्ञा पालन करना चाहिए चाहे वह उसकी रूचि के अनुकूल हो या प्रतिकूल |
गुरु किसी भी प्रकार की परीक्षा ले तो उस परीक्षा के बारे में तर्क -वितर्क नहीं करे अपितु उसे सहर्ष शिरोधार्य कर परीक्षा में उतीर्ण होने का पूर्ण प्रयत्न करे |
गुरु जिस प्रकार से साधना क्रम बताये उसी प्रकार से साधना संपन्न करे |
आपने मन में पुरुष या नारी होने का अहम् न रखे अपितु आपने आप को साधक माने |पुरुष या नारी का भेद और अहम् समाप्त होने पर ही वह साधक कहलाने में समर्थ हो पाता है |

सस्नेह तुम्हारा
नारायण दत्त श्रीमाली.

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