शनि जयन्ती 22 मई 2020, ज्येष्ठ मास अमावस्या शनि साधना और मंत्र जप का विशेष मुहूर्त है।
इस दिन एक छोटी कटोरी में तेल भर दें और उसमें देखते हुए निम्न शनि मंत्र का 30 मिनट तक जप करें -
॥ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः॥
सात दिन तक नित्य यानि 22 मई 2020 से 29 मई 2020 तक नित्य इसी तेल भरी कटोरी को देखते हुए मंत्र जप करें और 30 मई 2020, शनिवार को इसे किसी पीपल के वृक्ष में उपरोक्त मंत्र का जप करते हुए डाल दें।
सद्गुरुदेव से दीक्षा प्राप्त कर शनि मंत्र जप करने से शनि की अनुकूलता अवश्य प्राप्त होती है।
इस दिन एक छोटी कटोरी में तेल भर दें और उसमें देखते हुए निम्न शनि मंत्र का 30 मिनट तक जप करें -
॥ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः॥
सात दिन तक नित्य यानि 22 मई 2020 से 29 मई 2020 तक नित्य इसी तेल भरी कटोरी को देखते हुए मंत्र जप करें और 30 मई 2020, शनिवार को इसे किसी पीपल के वृक्ष में उपरोक्त मंत्र का जप करते हुए डाल दें।
सद्गुरुदेव से दीक्षा प्राप्त कर शनि मंत्र जप करने से शनि की अनुकूलता अवश्य प्राप्त होती है।