गुरु की महत्ता
प्रश्न : तैतीस करोड़ देवी-देवताओं के होने पर भी हमें आखिर गुरु की आवश्यकता क्यूँ हैं?जवाब :क्यूंकि तैंतीस करोड़ देवी-देवता हमें सब कुछ दे सकते हैं. मगर जन्म-मरण के चक्र से सिर्फ गुरु ही मुक्त कर सकता हैं.यह तैतीस करोड़ देवी-देवताओं के द्वारा संभव नहीं हैं.इसलिए ही तो राम और कृष्ण, शंकराचार्य, गुरु गोरखनाथ, मेरे, कबीर, आदि... हर विशिष्ट व्यक्तित्व ने जीवन में गुरु को धारण किया और तब उनके जीवन में वे अमर हो सके.... ..... आज भी इतिहास में, वेदों में, पुराणों ने उन्हें अमर कर दिया....
इसीलिए तो कहा गया हैं:तीन लोक नव खण्ड में गुरु ते बड़ा न कोय!करता करे न कर सकें , गुरु करे सो होय!! गुरूजी का पता :
मंत्र-तंत्र-यंत्र विज्ञान
डॉ. श्रीमाली मार्ग, हाईकोर्ट कालोनी,
जोधपुर - 342 031 (राजस्थान)
फ़ोन : 0291-2432209, 2433623.
फैक्स : 0291 - 2432010.
ई-मेल : mtyv@siddhashram.org
वेबसाईट : www.siddhashram.org
प्रश्न : तैतीस करोड़ देवी-देवताओं के होने पर भी हमें आखिर गुरु की आवश्यकता क्यूँ हैं?
जवाब :
क्यूंकि तैंतीस करोड़ देवी-देवता हमें सब कुछ दे सकते हैं. मगर जन्म-मरण के चक्र से सिर्फ गुरु ही मुक्त कर सकता हैं.
यह तैतीस करोड़ देवी-देवताओं के द्वारा संभव नहीं हैं.
इसलिए ही तो राम और कृष्ण, शंकराचार्य, गुरु गोरखनाथ, मेरे, कबीर, आदि... हर विशिष्ट व्यक्तित्व ने जीवन में गुरु को धारण किया और
तब उनके जीवन में वे अमर हो सके....
..... आज भी इतिहास में, वेदों में, पुराणों ने उन्हें अमर कर दिया....
इसीलिए तो कहा गया हैं:
तीन लोक नव खण्ड में गुरु ते बड़ा न कोय!
करता करे न कर सकें , गुरु करे सो होय!!
गुरूजी का पता :
मंत्र-तंत्र-यंत्र विज्ञान
डॉ. श्रीमाली मार्ग, हाईकोर्ट कालोनी,
जोधपुर - 342 031 (राजस्थान)
फ़ोन : 0291-2432209, 2433623.
फैक्स : 0291 - 2432010.
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