Shunya Siddhi शुन्य सिद्धि (शून्य से पदार्थ प्राप्ति की साधना)
नवरात्री में ये साधना करने से सफलता मिल जाता है |
ॐ अस्य श्री विन्ध्याबसिनी महा लक्ष्मी अष्टाक्षर मन्त्रस्य श्री सदाशिव ऋषि: पंक्तिचंद , श्री महालक्ष्मी देवता ,ह्रीं बीजं , ओम शक्ति ,चतुर्बर्गा सिद्धये जापे बिनियोग:||
ऋष्यादिन्यास :::::::>
श्री सदाशिव ऋषि: नमः शिरसि ,पंक्तिचंदसे नमः मुखे,
बिशालाक्षी-श्रीमहालक्ष्मी-देव्तार्य नमः हृदि ,
ह्रीं बीजाय नमः गुह्ये ,
ओम शक्तये नमः पादयो: ,
चतुर्बर्ग सिद्धाश्रयऐ जापे बिनियोगे नमः सर्बांगे||
ध्यायेद देवी बिशालाक्षी तप्त - जाम्बू - नद प्रभां, द्विभुजम्बिकाम चंडी खडक खर्पर धारिनिम् ||
नानालकार - सुभगाम रक्ताम्बरम धरां शुभां , सदा षोडश बर्षीयाम प्रसन्नास्याम त्रिलोचानम् ||
मुंड मालवली रम्यां पिनोब्नत - पयोधाराम् , बर -दातां महा - देवी जता - मुकुट मन्दिताम् ||
शत्रु क्षयांकारी देवी साधाकाभिस्ट - दायिकाम् ,सर्ब - सौभाग्य - जननीम् महासम्त्प्रदाम् - स्मरेत ||
इसके बाद मोल मंत्र का जाप करे , और नित्य २१ माला जाप करे , इस कार्य में लगभग २ घंटे लगते है .
मंत्र : - ॐ ह्रीं काली महाकाली महाकाली किले किले फट स्वाहा ..
यह मात्र ५ दिन की साधना है .
हकिक माला से या फिर स्फटिक माला से यह मंत्र जाप किये जा सकते है . जिनके पास सर्पस्तियों की माला हो उपयोग में ला सकते है .सामने शून्य सिद्ध यन्त्र पर नज़र रखके मंत्र जाप करे . यह साधना समाप्त हो जाए तब सवा किलो आटा , तिन पाव गुर , तथा एक पाव घी मिलाकर हलवा बनालें ,और किसी मिटटी की बर्तन में यह हलवा रख दें | उस पर ४ दिए जला दें और उन ४ रो दियो के पास पास लाल मिर्च , पांच कोयले के तुकरे तथा पांच लोहे की किले रख दें | साधक रात्रि में जहा ३ रास्ते या ४ रास्ते मिलते हों वहा रख दें , लौटने वक्त पीछे मुरकर न देखे |घर आकार स्नान कर लें || ऐसा करने से शून्य से पदार्थ प्राप्ति की साधना पूरी हों जाती है ||