तुम्हारा जन्म हुआ,यह कोई अनहोनी घटना नहीं है |
इसमे कोई विशेषता भी नहीं है |
यह तो एक मामूली स्त्री-पुरूष के मिलन की क्रिया है और तुमने जन्म ले लिया इसमे कोई परिवर्तन नहीं आया, परिवर्तन तब आएगा जब तुम किसी सद्गुरू से टकराओ और गुरू तुम्हे उच्च्ता की और ले जाने वाले मार्ग पर अग्रसर कर दे | जैसे बादल हिमालय से टकराये और बरस कर पृ्थ्वी को हरा-भरा कर दे-सद्गुरूदेव परम हंस स्वामी निखिलेश्वरानन्द जी महाराज ||
इसमे कोई विशेषता भी नहीं है |
यह तो एक मामूली स्त्री-पुरूष के मिलन की क्रिया है और तुमने जन्म ले लिया इसमे कोई परिवर्तन नहीं आया, परिवर्तन तब आएगा जब तुम किसी सद्गुरू से टकराओ और गुरू तुम्हे उच्च्ता की और ले जाने वाले मार्ग पर अग्रसर कर दे | जैसे बादल हिमालय से टकराये और बरस कर पृ्थ्वी को हरा-भरा कर दे-सद्गुरूदेव परम हंस स्वामी निखिलेश्वरानन्द जी महाराज ||