Tuesday, October 2, 2012

tumhi tum ho bas

SADGURU and MATA JI ki Jay ho...
♥ ♥ ♥
तुम्ही हो, तुम्ही बस 
मेरा जीवन तुम्ही हो 
मेरे प्राणों के दाता , जीने की वजह तुम 
तेरे ममता के सागर से निखरी मैं सवरी 
मेरी राग-राग में तुमको पाने की लगन है

मेरे पल -पल में तुमको मैं महसूस करती
तुम्ही हो, तुम्ही बस
मेरा जीवन तुम्ही हो

ना भूली वो मौसम ना मंज़र ना लम्हे
ना संगी थे कोई ना साथी ना अपने
अकेले खड़ी थी तुम्ही ने संभाला
वो पल जो मिले थे उन्ही से मैं सीखी
यह दुनिया दिखाई मुझे सब सिखाया
वो ममता के सागर से मुझको सवारा

तुम्ही हो, तुम्ही बस
मेरा जीवन तुम्ही हो
♥ ♥ ♥


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